
Lyrics:
दुख में मत घबराना पंछी ये जग दुखका मेला है
चाहे भिड बहुत अम्बर पर उडना तुझे अकेला है
नन्हे कोमल पंख ये तेरे और गगन के ये दूरी
बैठ गया तो कैसी होगी मन की अभिलाषा पूरी
उसका नाम अमर है जगमे जिसने संकट झेला है
चाहे भिड बहुत……
चतुर शिकारी ने रखा है जाल बिछाकर पगपग पर
फंस मत जाना भूल से पगले पछताएगा जीवन भर
लोभ में दोंनों के मत पडना बडे समझ का खेला है
चाहे भीड बहुत ……
जब तक सूरज आसमान पर बढता चल तू चलता चल
घिर जाएगा अन्धकार जब बडा कठिन होगा पल पल
किसे पता की उड चलने का आ जाता कब बेला है
चाहे भीड बहुत…..
------------
Song Credits:
Song - Dukh Mein Mat Ghabrana Panchhi
Album - Bhajan Teerth Vol. 1
Singer - Anup Jalota
Lyrics -
Music -